अगर आप धूम्रपान छोड़ना चाहते हैं और इसके लिए आप कम निकोटिन वाली ई-सिगरेट का सहारा ले रहे हैं, तो जरा संभल जाएं। इनमें आने वाले कई फ्लेवर आपके लिए नुकसानदायक हो सकते हैं। चेरी फ्लेवर वाली ई-सिगरेट में नुकसानदायक श्वसन रसायन के उच्च स्तर की जानकारी मिली है। बेंजलडीहाइड नामक इस रसायन के द्वारा ई-सिगरेट का इस्तेमाल करने वालों को कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं।
क्या है बेंजलडीहाइड
शोधार्थियों के अनुसार, कई अलग-अलग तरह के फ्लेवर वाले निकोटीन उत्पादों के वाष्प में सांस में जलन पैदा करने वाले बेंजलडीहाइड रसायन की पुष्टि हुई है। वहीं चेरी फ्लेवर वाली ई- सिगरेट में यह बहुत ज्यादा मात्रा में मिलती है। बेंजलडीहाइड एक यौगिक है जो कई खाद्य और सौंदर्य उत्पादों में प्रयुक्त होता है।
अमेरिका के रोसवेल पार्क कैंसर इंस्टीट्यूट (आरपीसीआई) से इस अध्ययन के मुख्य लेखक मसीज गोनीविस्ज ने बताया कि इस शोध में एक विषैले पदार्थ पर ध्यान केंद्रित किया गया। जिसके तहत फ्लेवर वाली ई-सिगरेट से संभावित स्वास्थ्य प्रभावों की व्याख्या की जानी चाहिए। इस शोध के लिए वैज्ञानिकों ने अलग-अलग फ्लेवर वाले 145 निकोटीन उत्पादों में बेंजलडीहाइड की मात्रा की माप की है।
क्या निकले नतीजे
अध्ययन में वैज्ञानिकों को अन्य फ्लेवर की तुलना में चेरी फ्लेवर वाली ई-सिगरेट में बेंजलडीहाइड रसायन की सांद्रता 43 प्रतिशत अधिक मिली। गोनीविस्ज कहते हैं कि ई-सिगरेट का सेवन करने वाले लोगों को यह ध्यान रखना आवश्यक है कि यह उत्पाद उन पर क्या प्रभाव डाल रहे हैं। अगर ई-सिगरेट का सेवन करते समय उन्हें गले में जलन, खांसी या खराश महसूस होती है तो बेहतर है कि वह इसे गंभीरता से लेकर चिकित्सीय परामर्श लें। यह शोध ऑनलाइन पत्रिका 'पीयर-रिव्यूड जर्नल थोरैक्स' में प्रकाशित हुआ है।
Physio care Clinic, Vikas Nagar ,Gorakhpur- https://www.blogger.com/blogger.g?blogID=5821844633812750708#allposts
क्या है बेंजलडीहाइड
शोधार्थियों के अनुसार, कई अलग-अलग तरह के फ्लेवर वाले निकोटीन उत्पादों के वाष्प में सांस में जलन पैदा करने वाले बेंजलडीहाइड रसायन की पुष्टि हुई है। वहीं चेरी फ्लेवर वाली ई- सिगरेट में यह बहुत ज्यादा मात्रा में मिलती है। बेंजलडीहाइड एक यौगिक है जो कई खाद्य और सौंदर्य उत्पादों में प्रयुक्त होता है।
PHYSIO CARE CLINIC
ये रहा अध्ययनअमेरिका के रोसवेल पार्क कैंसर इंस्टीट्यूट (आरपीसीआई) से इस अध्ययन के मुख्य लेखक मसीज गोनीविस्ज ने बताया कि इस शोध में एक विषैले पदार्थ पर ध्यान केंद्रित किया गया। जिसके तहत फ्लेवर वाली ई-सिगरेट से संभावित स्वास्थ्य प्रभावों की व्याख्या की जानी चाहिए। इस शोध के लिए वैज्ञानिकों ने अलग-अलग फ्लेवर वाले 145 निकोटीन उत्पादों में बेंजलडीहाइड की मात्रा की माप की है।
क्या निकले नतीजे
अध्ययन में वैज्ञानिकों को अन्य फ्लेवर की तुलना में चेरी फ्लेवर वाली ई-सिगरेट में बेंजलडीहाइड रसायन की सांद्रता 43 प्रतिशत अधिक मिली। गोनीविस्ज कहते हैं कि ई-सिगरेट का सेवन करने वाले लोगों को यह ध्यान रखना आवश्यक है कि यह उत्पाद उन पर क्या प्रभाव डाल रहे हैं। अगर ई-सिगरेट का सेवन करते समय उन्हें गले में जलन, खांसी या खराश महसूस होती है तो बेहतर है कि वह इसे गंभीरता से लेकर चिकित्सीय परामर्श लें। यह शोध ऑनलाइन पत्रिका 'पीयर-रिव्यूड जर्नल थोरैक्स' में प्रकाशित हुआ है।
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