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Saturday, October 5, 2019

Physio Care Clinic Privacy Policy

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Tuesday, August 28, 2018

पोषण और आहार (Diet And Nutrition)

पोषण (Nutrition) का महत्व आज जितना महसूस किया जा रहा है वह शायद इससे पहले कभी नहीं किया गया था। यह एक कड़वा सच है की आज हमारे खाने में पोषण की मात्रा अप्रत्याशित रूप से कम हो गई है और इसका सीधा असर हमारी सेहत और जीवन पर पड़ रहा है। हमें इसके बारे में सचेत रहने की आवश्यकता है। आइये जानें पोषण क्या होता है। 

एनीमिया क्या है (About Anemia in Hindi)

खून में आयरन की कमी से हीमोग्लोबिन की कमी हो जाने को एनीमियाअर्थात रक्ताल्पता का रोग कहा जाता है। आयरन हमारे शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं का निर्माण करता है। ये कोशिकाएं ही शरीर में हीमोग्लोबिन बनाने का काम करती हैं। इसलिए आयरन की कमी से शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी हो जाती है और हीमोग्लोबिन कम होने से शरीर में ऑक्सीजन की कमी होने लगती है क्योंकि हीमोग्लोबिन ही फेफड़ों से ऑक्सीजन लेकर रक्त में ऑक्सीजन पहुंचाता है।
बीमारियों का कारण 
एनीमिया (Anemia) कोई बीमारी नहीं है, लेकिन यह कई बीमारियों की वजह जरूर बन सकता है। जीवनशैली के साथ आहार संबंधी आदतों में होने वाला बदलाव इस समस्या के मुख्य कारण के रूप में सामने आ रहा है।  बढ़ते बच्चों, स्तनपान कराने वाली महिलाओं व बीमार व्यक्तियों में एनीमिया का खतरा ज्यादा होता है। विश्व की लगभग 60 प्रतिशत महिलाएं, और हमारे देश की लगभग 90 प्रतिशत महिलाएं एनीमिया से पीड़ित हैं। 

हीमोग्लोबिन का स्तर (Normal Range for Hemoglobin)
स्वस्थ पुरूष के शरीर में 13-16 व महिला में 12-14 मिलिग्राम प्रति डेसिलीटर हीमोग्लोबिन होना चाहिए।

Saturday, August 4, 2018

बादाम के उपयोग, फायदे एवं नुकसान – BADAM ALMONDS BENEFITS AND SIDE EFFECTS IN HINDI

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बादाम पोस्टिक तत्वो का घर माना जाता है,इसलिए हर लोग पसंद करते है। बादाम स्वाद और गुणो से भरपुर एक ऐसी खाध-पधार्थ है जिसे लोग मेवा(nuts) भी कहते है। बादाम को अँग्रेजी मे Almond भी कहा जाता है। आयुर्वेद मे इसको बुद्धि और नसो के लिए गुणकारी माना जाता है। लेकिन बादाम को अगर आप अधिक खाये तो इससे मोटापा भी बढ़ सकता है।
बादाम मे 160 कैलोरी होता है। ये कारबोहयदरत,प्रोटीन,फ़ाइबर,हेलथीफट्स,पोटोसिउम,विटामिन-ई,बी,आइरनमैग्नीशियम,कैल्सियम,फास्फोरस,ओमेगा-३ से भरपूर माना जाता है जिससे हम कई प्रकार की बीमारियो से भी लड़ सकते है,जैसे मधुमेह,कोलेस्ट्रॉल कम करता है,हदई रोग,कब्ज,त्वचा एवं बालो के लिए भी बहुत गुणकारी है।
बादाम का सेवन हमे रोज करना चाहिए लेकिन पर्याप्त मात्रा मे, नहीं तो कई प्रकार का नुक्सान भी हो सकता है। बाज़ार मे बादाम कई प्रकार के उपलब्ध होते है जैसे हरे बादाम,साबुत बादाम,और गिरी भुने बादाम,बादाम का तेल आदि। 

बादाम दो प्रकार के होते है (Types of Almonds):


स्वीट(sweet)और बिटर(bitter)। स्वीट बादाम या ममरा बादाम खाने के लिए इस्तमाल किया जाता है और बिट्टर बादाम से तेल निकाला जाता है जो लगाने काम आता है।

बादाम खाने का सही तरीका (How to Eat Almonds):

आपने अपने बड़े बुजुर्गो से सुना होगा बादाम हमे रोज खाना चाहिए और  जब भी खाओ रातभर भिगोकर सुबह उसके छिलके उतार कर खाना चाहिए। ऐसा नहीं है की हम बादाम भिगो कर ही खाये पर ऐसा कहने के पीछे भी एक तर्क है क्यूकि सादे बादाम में टेनिन नामक एंजाइम होता है जो बादाम के आवश्यक पोषण तत्वो को रोकता है। रातभर भीगने से बादाम के टेनिन दूर होता है और आसानी से शरीर में अवसोषित होता है। जिससे एसिडिटि भी नहीं होती है और पेट पूरे दिन ठीक रेहता है। आप भीगे हुए बादाम से बादाम का दूध भी बना सकते है।

बादाम के फायदे – Badam ke Fayde (Almond Benefits in Hindi)

बादाम के बहुत फायदे है जो हमारे स्वास्थ और जीवन के लिए जरूरी है। आए अब जाने बादाम के क्या क्या फायदे है:-
१) कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए :- अगर हम बादाम नियमित रूप से खाये तो हमारा कोलेस्ट्रॉल का स्तर नियंत्रण मे रहेगा। २००२ में प्रकाशित एक रिसर्च के अनुशार यह माना गया है बादाम LDL कोलेस्ट्रॉल केई स्तर को १५ प्रतिशत तक घटा सकता है।
२) मधुमेह पर नियंत्रण :- ऑनलाइन जर्नल DIABETICS CARE मे पब्लिश हुए एक शोध के अनुसार बादाम पुरुषों मे और रझोनिविर्ती महिलायों(POSTMENAPAUSALWOMAN)मे टाइप-२ मधुमेह केएएम करने मे उपयोगी है क्योकि बादाम शुगर लेवेल को कम करता है और मधुमेह के कारण होने वाली अन्य समस्याओ एसई बचाता है। बादाम एमईआईएन हेलथीफट्स और विटामिन्स होते है,जो शरीर की absorption और ग्लूकोसे प्रोसेसिंग को ठीक करने मे उपयोगी है। ब्लड शुगर लेवेल को ठीक रखने के लिए हमे रोज खाना खाने से पहले एक बादाम जरूर खाना चाहिए।
३)तेज दिमाग के लिए:- हमारे बड़े हमेशा हमशे कहते है बचो कों २ बादाम रोज खिलाओ जिससे उनका दिमाग तेज होगा। यह सच है क्यूकि बादाम में विटामिन-ई और ज़िंक  अच्छी मात्रा में पायी जाती है जो दिमाग के लिए फायदेमंद तो है ही लेकिन दिमाग की कोशिकाओ कों हानिकराक आक्रमनों से बचाता है। तो रोजाना एक मुट्टी बादाम खाये और दिमाग की तृवता कों बदाए।
४)वजन घटाने के लिए:- जैसे की हम जानते है बादाम पोशिक तत्वो से प्रचुर होता है जिससे हमे वजन घटाने में मदद मिलती है। बादाम के थोरे ही सेवन से हमारे पेट बढ़ जाता है जिससे हम ज्यादा खाने से बच जाते है। क्लीनिकल न्यूट्रिशन के यूरोपियन जर्नल मे प्रकाशित एक अध्यन के अनुसार जो लोग १.५ आउंस रोज लेते है उनकी वजन में काफी सुधार आता है।
५)बादाम के गुण जन्म दोष पर लगाते है प्रतिबंध:- बादाम का सेवन अगर गर्भवती महिला करे तो उसकी होने वाली संतान को हुष्ट-पुस्ट बनाता है और उसमे होने वाले विकारो या जन्म दोस को होने से रोकता है। तो अगर आप गर्भवती है तो आप बादाम का सेवन अपनी शिशु के अच्छे स्वास्थ के लिए जरूर करे।जब बच्चा पैदा  हो जाए तो ६ महीने बाद से उसे १ बादाम को फुला कर सुबह मे घिस कर खिलाना चाहिए। उससे बच्चो के विकास में हड्डी मजबूत होने मे बहुत साहयक माना जाता है।  
६)कब्ज दूर करने के लिए बादाम:- बादाम खाने से कब्ज दूर तो होती है साथ ही ये कब्ज से बचाता भी है,कॉलन कैंसर होने की संभावना बहुत हद टीके दूर भी करता है। क्यूकि बादाम फ़ाइबर से भरपूर माना जाता है।
७)मजबूत हड्डी के लिए बादाम तेल की मालिश:– हमे छोटे बच्चो की मालिश बादाम के तेल से करनी चाहिए जिससे उनकी हड्डीया मजबूत होती है।क्यूकी बादाम मे फोसपोरोस और केल्शियम अच्छी मात्रा मे पाई जाती है।बादाम में मैग्नीशियम,और पॉटेश्यम भी होती है जो मजबूत हड्डियों के लिए बहुत जरूरी है जीससे ऑस्टियोपोरोसिस(OSTEOPOROSIS)और अन्य हड्डी की समस्या से बचने में मदद मिलती है। रोज बादाम खाये या बादाम केए दूध पिये।
८)त्वचा को पोषित करने के लिए:-बादाम का तेल त्वचा को पोषित,सुंदर,जवा और झुरियों से बचाता है साथ ही सनबर्न नहीं होता है। बादाम के तेल से मसाज करने से त्वचा ओईली नहीं होती है और पिंपलेस भी होने का खतरा नहीं होता।
९)बालो के लिए बादाम से फायदा:-बालो की समस्या को दूर करने के लिए सबसे आसान तरीका बादाम का तेल है। बादाम में विटामिन-ई ,बायोटिन,मैग्निस,ज़िंक,फेटीएसिड होता है जिससे बाल की झरने की और रूसी को रोकने में मदद मिलती है।ये नई कोशिकाओ के नवीकरण को बढाता जिससे बाल मजबूत और घना बनाता है। लैवेंडर ऑइल के साथ बादाम का तेल मिलाकर लगाने से दोमुहे बाल नहीं होते है।  
१०)ह्र्द्ये को स्वास्थ बनाना:- बादाम न केवल रक्तप्रवाह (blood circulation)और रक्तचाप(bloodpressure) मे सुधार लाता है बल्कि दिल के दोंरे(heart attack) के खतरो से बचाता है क्यूकि बादाम में मैग्नीशियम भरपूर मात्रा में पाई जाती है। साथ ही इसमे असंतृप्त वसा (non-saturated fat)होता है जो ह्रदय के स्वास्थ्य को बनाए  रकता है साथ ही आर्टरीस(arteries)प्रहार से बचाता है। आप अपने रोज के खाने मे २० से २५ बादाम सामील करे।    
                 बादाम तो देखने में बीएस छोटा है पर इसके फायदे बहुत बड़े-बड़े है,बादाम आप समय समय पर तो खाते होगे लेकिन आप इसके गुणो से अंजान है इसलिए कई बार लोग इसे खाना नहीं चाहते।   

बादाम के नुकसान – Badam ke Nuksan (Almonds Side Effects in Hindi)

आपने कभी सोचा होगा की बादाम के बहुत नुकसान भी है,कभी नहीं ना? आए जाने बादाम के क्या क्या नुकसान है। बादाम खाना नुकसान तो नहीं करता अगर आप उसे सही मात्रा में खाते हो। अगर आप बादाम अधिक मात्रा में खाएँगे तो जरूर नुकसान होगा।
१)बादाम ज्यादा खाने से कब्ज़ और पेट मे सूजन हो सकता है क्यूकी इसमे फ़ाइबर अधिक होती है।
२)बादाम मे विटामिन ई होता है। हमारे शरीर को १५ एमजी की एक दिन में विटामिन ई की जरूरत होती है अगर हम अधिक मात्रा में बादाम खाएगे तो विटामिन ई की मात्रा काफी बढ़ जाएगी जिससे पेट फूलना,दस्त,दृष्टि का साफ न होना,सिर में दर्द और सुस्ती भी आ सकती है।
३)बादाम में १ आउंस में १४ग्राम फैट है और १६३कैलोरी (163 calories)होती है जिससे अगर आप अधिक बादाम खाएगे तो आपके शरीर में फैट जमा होंगे जिससे आपका वजन बढ़ेगा।
४)अगर आप मैगनिस डाइट पर है तो अगर आप बादाम खा रहे है तो यह आपकी दवाई में हस्त्छेप कर सकता है। क्यूकी हमारे शरीर के लिए केवल 1.3 से 2.3मिलीग्राम की जरूरत होती है।
५)अगर किसी व्यक्ति को पित्ताशय या गुर्दे से संबन्धित समस्या है तो उनको बादाम नहीं खाना चाहिए।
६)बादाम खाने से व्यक्ति ने एलर्जि के बारे में बोला है जैसे चकते या श्र्वास में कठनाई आदि। पर ये दुर्लभ दुष्प्रभाव है।  
आखिर मे में तो यही कहुगी बादाम हमारे शरीर के लिए बहुत ही लाभदायक है। पर हा कुछ बातो को ध्यान में रकते हुये ही बादाम का सेवन करे।

मोटापा घटाने के घरेलू उपाय – MOTAPA KAM KARNE KE UPAY IN HINDI

motapa ko kam kare
आजकल के जीवनसेली के अनुसार मोटापा बढ़ना एक आम बात होगई है। व्यक्ति का बिज़ि schdeluded लोगो को अपने ऊपर ध्यान देने नहीं देता। सुबह लेट तक सोना,ऑफिस में बैठकर लैपटाप के सामने काम करते रहना,भुख लगे तो फास्ट फूड खा लेना,रात को लेट तक काम करते रहना और फिर सो जाना। इससे लोग अपने ऊपर ध्यान नहीं दे पते। मोटापा की समस्या अधिकतर इन्ही सब कारणो से होती है।
मोटापा बढ़ना ज़्यादातर खराब जीवनसेली को अपनाने की वजह से होती है जैसे की अधिक तला भुना खाना,बाजार का खाना,अधिक खाना ।अधिक शराब पीना,शारीरिक श्रम कम करना,नींद आवश्यकता के अनुशार नहीं लेना यानि कम लेना और अन्य बुरी आदते । कभी कभी ये जेनेटिक कारण से भी होता है या फिर हॉर्मोन्स इमबैलन्स होने की वजह से भी।
मोटापा बढ़ाना तो बहुत आसान है पर मोटापा घटाना उतना ही मुश्किल।इसलिए हो सके तो मोटापा जितना जल्दी हो उतनी जल्दी घटा लेना चाहिए।क्यूकी अगर हम समय के साथ वजन न घटाये तो हमे अन्य बीमारिया भी हो सकती है जैसे की मधुमेह,ब्लडप्रेसर,हिर्दई की बीमारी आदि भी हो सकती है।
मोटापा या वजन घटाने के लिए हमे अपनी जीवन सेली को हेयल्थी एवं फीट बनाने की बहुत जरूरी है।   इसके लिए आए जाने हम कुछ घरेलू एवं हेयल्थी टिप्स जो न केवल वजन घटाने में काम आता अपितु और भी कई बीमारियो से हमे बचाता है साथ ही लये ड़ने में भी मदद करता है

मोटापा घटाने के घरेलू उपाय (Ghar baithe motapa kam karne ke upay in Hindi)

#१. नींबू पानी (Nimbu pani se motapa kaise ghate in hindi)

सबसे पुराना एवं कारगर उपाय नींबू पानी है जो पाचन क्रिया को ठीक करता है,विषहरन की प्रक्रिया को बढ़ाता है। मोटापा घटाने के लिए पाचन क्रिया ठीक होना बेहद जरूरी हा क्यूकी ये शरीर को अतिरिक्त चर्बी को जलाने में पोशाक तत्व प्रदान करता है। साथ ही ये मेटाबोलिस्म को कम करने वाले प्रधारतों को बॉडी से बाहर निकलता है।
तीन चम्मच नींबू के रस में एक चम्मच शहद और एक चोथाई चम्मच कालीमिर्च को एक ग्लास गरम पानी में डालकर घोलकर रोज सुबह खाली पेट पिये और कम से कम तीन महीनो तक ऐसा करे रिज़ल्ट आपके सामने होगा। आप नींबू को केवल पानी के साथ भी मिलकर पी सकते है।

#२. ग्रीन टी (Green tea se motapa kaise ghate in hindi)

आजकल ग्रीन टी भी काफी लोकप्रिय माना जा रहा जो मोटापा या वजन कम करने काफी मदद करता है। ग्रीन टी में epigalllocatechn -३-gallate(EGCG) नामक योगिक पाया जाता है जो बॉडी के फेट को कम करने मदद करता है।इसके साथ ये विटामिन सी ,CARTEONIDS,जिंक,सेलेनियम,क्रोमियम जैसे खनिज प्रढ़ार्थ है जो बॉडी को शक्ति प्रदान करता है।आप इसे रोज पिये।१कप जीएआरएम पानी करे फिर गैस बंद करके उसमे ग्रीन टी डाले और फिर डक दे। फिर इसे छान कर पी ले।रोज़ दिन में १ बार ग्रीन टी जरूर पिये।

#३. लाल मिर्च (Cayenne pepper)

लाल मिर्च मोटापा कम करने के लिए भी एक सरल उपाय है जो बॉडी के फेट को जलाने में और ऊर्जा को बढ़ाने मे मदद करता है। साथ में पाचन को भी ठीक करता है और बॉडी में पैदा हुए भुख को रोकता है। रोज लालमिर्च की चाय बना कर सेवन करे जैसे एक ग्लास पानी में एक चोथाई चम्मच लाल मिर्च डालकर चाय बनाकर पिये ठिरे दिन के बाद लाल मिर्च को एक चम्मच तक ले जाए।इस चाय का सेवन कम से कम १ महीने करे फायदा जरूर मिलेगा।अपने भोजन में भी लालमिर्च और अन्य मसाले जैसे अदरक,कालीमिर्च,सारसो,आदि को शामिल जरूर करे।

#४. करी के पते (Curry Leaves)

करी के पते में alkaloid पाया जाता है जो वजन कम करने के लिए अच उपाय है । रोज सुबह १० ताज़ा करी के पतो का सेवन करने से मोटापा कम होता है साथ ही मोटापा के कारण हुए मधुमेह को भी कम करने में मदद करता है।

#५. टमाटर (Tomato)

टमाटर में विटामिन ए,सी,और के,के साथ साथ मैग्नीशियम,मेंगनीस,कोलिन,फोलेट और अन्य पोशाक तत्व होते है जो body के स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है। ये हॉरमोन के स्तर को ठीक करता है और अत्यधिक भुख को कम करता है। इसलिए अगर हम रोज सुबह खाली पेट दो टमाटर को इसके छिलके एवं बीज के साथ ही सेवन करे तो हमे फ़ाइबर भरपूर मात्रा में होती है।

#६. शहद और दालचीनी

शहद और दालचीनी के चाय का सेवन से मेटाबोलिज़म तेज होता है,ऊर्जा बढ़ती है और बॉडी के विषाक्त पदार्थ बाहर निकल जाते है।शहद फेट के मेटाबोलिज़म को बढ़ाकर मोटापा से लड़ता है।
एक कप गरम पानी में डेढ़ चम्मच दालचीनी पाउडर मिलाये आर फिर एक चम्मच शहद मिलाये। इसकी आदि मात्र को सुबह खाली पेट और रात को सोने से फेले सेवन करे।

#७. सौफ (Fennel)

सौफ के बीजो में मूत्रवर्धक गुण होते है जो मोटापा कम करने में लाभकारी माना जाता है। सौफ के बीजो को सुखकर भून ले और फिर इसको पीस कर पाउडर बना ले.इस पाउडर को रोज दिन में दो बार डेढ़ डेढ़ चम्मच लेकर गरम पानी के साथ सेवन करे। इससे हमे गॅस,अपच,और कब्ज की समस्या भी दूर होजाएगी। आप खाने के १५ मिनट पहले सौफ की चाय को भी पी सकते है।

#८. पतागोभी (Cabbage)

पतागोभी को भी अपनी मोटापा कम करने वाली डाइट मे शामिल करे। इसमे टार्टरिक एसिड पायी जाती है जो शुगर और अन्य carbohydrate को fat में बदलने से रोकती है। साथ मे विटामिन सी और फ़ाइबर की अधिक मात्रा होती है जो calories को कम करता है।  इसे आप सलाद में भी प्रयोग कर सकते है।

#९. एलोवेरा (Aloevera)

में भी वजन कम करने के गुण होते है क्यूकी ये मेटाबोलस्म को उतेजीत अरता है और एनर्जि लेवेल को बढ़ाता है। ये भी पाचन क्रिया को ठीक करता है।और पेट को विषाक्त पढ़ार्थों को बाहर निकलता है।  aloevera की पतियों में से गुदा निकाल कर एक कप पानि में डालकर मिलआए। अगर आप संतरे का जूस मिलाये तो अच्छा रहेगा ३ मिनट मिलने के बास पी ले । एसे रोज अपनाए और कम से कम १ महीने के लिए रोज सेवन करे।

#१०. पानी से करे मोटापा कम (ज्यादा पानी पिये)

पानी के जरिये आप मोटा होने से बच सकते है,रोज २४ hours में १३लिटर पानी पिये।खास कर भोजन करते वक्त हमेशा खाने से २०-२५ मिनट पहले और खाना खाने के ठीक पहले पेट भर कर पानी पिये। इससे भुख कम लगती है और अगर भूख कम लगेगी तो आप खाना भी कम खाएगे। और कम खाने से आपका वजन कंट्रोल में रहेगा।

#११. काली चाय (Black Coffee se weight loss)

काली चाय में ANTIOXIDANT पाया जाता है,साथ ही इसमे caffeine है जो metabolism को boost करता है और साथ ही एक्सट्रा फेट को जलाता है,तो पेट की चर्बी हो या बॉडी की दोनों की चर्बी घटाता है।

#१२. Fast फूड्स बिलकुल भी न खाये

बाज़ार की चीजों में फेट अधिक होता है जिससे हमारा वजन आसानी से बढ्ने लगता है। फास्ट फूड्स बॉडी के लिए नुकसानदायक तो होता ही है।इसलिए  बाज़ार के समोसा,कचोरी,पिज्जा,बर्गर,चिप्स,कोलड्रिंक,आदि न खाये या पिये।

#१३. हरी सब्जियों का सेवन करे वजन कम करने के लिए

हरी सब्जिया खाने से हमारा वेट बढ़ता नहीं है। हमे रोज़ ग्रीन vegetables का सेवन करना चाहिए जैसे की पालक,गोभी,आदि।

#१४. चबा चबा कर भोजन करना

हमे हमेशा अपने खाने को चबा कर खाना चाहिए जिससे खाना खाने के बाद आलस्य नहीं होता है।हर एक व्यक्ति को लगभग २५ से ३० बार चबा कर खाना चाहिए ,जल्दी जल्दी नहीं खाना चाहिए।

#१५. दोपहर की नींद न ले

आपको जितनी भी नींद लेनी हो रात के समय एक बार ही ले लेनी चाहिए क्यूंकी दोपहर की नींद मोटापा बढाती है। हमे रोज ८ घटे की नींद लेनी चाहिए। न ज्यादा न कम ।इसलिए रात को समय से सोना चहिए।

#१६. सुबह का वॉक करना एवं शाम को भी वॉक करने के फायदे

हमे रोज सुबह जल्दी उठकर मॉर्निंग वॉक पर जाना चाहिए।कम से कम १५ मिनट वॉकिंग करना चाहिए साथ ही शाम को भी हमे खाना खाने के बाद  वॉक करना चाहिए। मोटापा घटाने का सरल एवं प्राकृतिक उपाय ये है जिससे बॉडी निरोगी रहेगा।

#१७. मोटापा या वजन कम करने के लिए स्प्रिंट लगाए (fast running for weight loss)

फ़िज़िकल एक्सर्साइज़ कर के आप बहुत जल्दी वजन कम कर सकते है। इसलिए हमे स्प्रिंट यानि तेज दोरना चाहिए जिससे ज्यादा चर्बी जलेगी। रोज सुबह मॉर्निंग वॉक के साथ १००-२०० मीटर अपनी पूरी ताकत लगाकर दोरना चाहिए। पहले कम से सुरू करे लेकिन बाद में २०० मीटर टीके जरूर करे जिससे आपको काफी फाइदा मिलेगा।

#१८. फ्रूट जूस

वजन घटाने के लिए फ्रूट जूस का सेवन कभी कभी हमे भोजन की जगह फ्रूई जूस का सेवन कर लिया करे क्यूकी फ्रूट जूस और फ्रूट का सेवन करने से मोटापा नहीं बढ़ता। और जब बॉडी की चर्बी नहीं बढ़ेगी तो मोटापा कम होने लगेगा। सप्ताह में २ से ३ बार खाना खाने की जगह सिर्फ फल कए। यानि फस्टिंग विथ फ्रूइट्स। फल मे आप अमरूद,नाशपाती,संतरे ब्लूबेररिस ,strawberries,सेव,सलाद,आड़ु आदि का सेवन करे।

#१९. सीढ़ियो का उपयोग करे

आप अगर बाहर मॉर्निंग वॉक या ईवनिंग वॉक पर नहीं जा पते तो घर पर ही सीढ़ियो का उपयोग वजन घटाने के लिए कर सकते है। सीढ़ियो पर बार बार चढ़ना उतरना करे और लिफ्ट का उपयोग न कर के जब भी आपको काही जाना हो सीढ़ियो का इस्तमाल करे। इससे फ़िज़िकल exercise होगी और मोटापा घटेगा।क्यूंकी सीढ़ियो के चढ़ने उतारने से आपका thigh का फेट कम होने लाघता है।

#२०. पैदल चले (Walking se weight loss)

मोटापा कमकरने के लिए bike,taxiका कम इस्तमाल करे पैदल चले। आज की डिजिटल दुनिया मेन मशीन का उपयोग होने से सभी कोई इसका ही इस्तमाल करते है। जिससे हैल्थ प्रॉब्लेम्स होने लगती है। जब भी आपको बाज़ार जाना होता या तो आप बाइक का या टॅक्सी या कार का उपयोग कर लेते है लेकी अगर आपको अपना मोटापा कम करना होतो आज से ही आप बाज़ार जाए तो पेदल चलना शुरू कर दे। अगर आपकी  मार्केट का काम बहुत दूर का हो तो आप टॅक्सी या बाइक का प्रयोग करे नहीं तो पेदल ही चले ज्यादा अच्छा रहेगा।

मोटापा घटाने के लिए कुछ एक्सर्साइज़ है जो हमारे लिए बहुत लाभदायक है

१)मोटापा घटाने के लिए jump squats exercise इन hindi-ये exercise आपकी पेट की चर्बी को घटाने मे मदद करेगी । सीधे खड़े हो जाए,अपने दोनों हाथो को सर पर या कमर पर रख कर jump करे। इस squats को सुबह खाली पेट ही करे।
२)मोटापा घटाने के लिए रस्सी कूदने वाली exercise(skipping rope exercise)- रस्सी कूदने से belly,thighs,शोल्डर,की फेट कम होती है।ये बहुत ही सरल एवं असर दार उपाय है। इस एक्सर्साइज़ को आप सुबह और शाम दोनों समय कर सकते है।
३)मोटापा घटाने के लिए push-ups एक्सर्साइज़-push ups पेट,चेस्ट,और शोल्डर की फेट को बर्न करती हाइऔर साथ में चेस्ट को attractive भी बनाता है। उल्टे लेट कर अपने दोनों हाथो के जरिये अपने शरीर को up and डाउन करे। इस एक्सर्साइज़ से आपकी सारी चर्बी घट जाएगी और आपको शेप में लाने में मदद करेगी।
४)पेट की चर्बी घटाने के लिए crunch exercise-यह एक्सर्साइज़ पेट की चर्बी को खत्म करती है,डेलि मॉर्निंग एक्सर्साइज़ के दोरान इसको भी करे। इसके स्टेप्स भी बहुत ईज़ी है। सीधे लेट जाए,अपने दोनों हाथो को सिर के पीछे कर ले। अब अपनी upper बॉडी को abdomen के जरिये ऊपर उटाए।up and downकरे।
५)सेतूबंध exercise-सेतु बंधासन बेलली muscles की strength बढ़ाता है,और belly fat को stretching के जरिये burn करता है। ये आसन सीधे लेटकर अब पेड़ो को मोड़कर अपनी belly को ऊपर की और उठाए।अपने दोनों हाथो को lower back के नीचे रखे।
६)नौकासन योगा करे-नौकासन belly और thighs muscles की strength को इम्प्रूव करता है और इनकी चर्बी को भी खत्म करता है। steps-
सीधे लेट जाए,अब अपनी upper बॉडी और लेग्स को ऊपर की और उठाए। बॉडी का वेट अपने हिप्स पर रखे। अपने शरीर को V शेप में लाये।
७)Bhujangaasana yoga करे –भुजंगासन चेस्ट और बेल्ली मसल्स को अच्छी तरह stetching देता है और इसको सुंदर बनाता  है। ये हैल्थ बेनेफिट्स के साथ spiritual बेनेफिट्स भी देता है।
८)कपालभाती प्राणायाम करे- कपालभाती प्राणायाम बहुत अदभूत है,इससे हमारे बॉडी पर ढेरो फायदे होते हा।जिनको अपना वजन घटना उनके लिए ये बहुत ही अच्छा प्राणायाम है। पेट की चर्बी और चेहरे की चर्बी को ये बहुत आसानी से कम कर देता है। स्टेप्स
सीधे होकर बैठ जाए।आंखे बंद कर के अपने पेट के जरिये सांस को अंदर बाहर करे। सांस को लेने मेन अपनी पेट से मदद ले। पेट को भी ज़ोर ज़ोर से अंदर बाहर करे।

मोटापा घटाने या वजन कम करने के लिए हमे कब क्या खाना चाहिए और भी क्या करना चाहिए

रोज सुबह ६ बजे पर हमे उठने की कोशिश करनी चाहिए,नींबूपानी और शहद ले,इसके बाद मॉर्निंग वॉक पे जाए,१०-१५ मिनट तक लगातार वॉक करके फिर १००-२०० मिटर के ४-५ बार स्प्रिंट लगाए,फिर ठोरा रिलैक्स होकर एक्सर्साइज़ ,योगा एवं प्राणायाम करे।इन सब के बाद ब्रेकफ़ास्ट में फ्रूट जूस ले। और कभी कभी फ्रूट जूस की जागह चाय पे सकते है।अगर आप इस तरीके को १ महीने लगातार फॉलो करते है तो पक्का आपका मोटापा कम हो जाएगा।
लेकिन इसका मतलब ये नहीं की इतना ही करने के बाद आप कुछ भी खा सकते है ऐसा नहीं है,हमे कुछ और जरूरी बातों पर हमे ध्यान देने की जरूरत है।जैसे-
मोटापा कम करने के लिए हमे खाना नहीं छोड़ना चाहिए। दिन भर में तीन बार भोजन जरूर करना चाहिए। अगर आप ब्रेकफ़ास्ट छोड़ कर लंच करेगे तो आप ज्यादा खाएगे,या लंच छोड़कर डिनर करे तो ये सही बात नहीं होता।हमे अपने खाने मे हेयलथी फ्रूइट्स एवं vegetables को ज़ोर कर रखना चाइए। आप पनीर खाये दूध पिये(toned मिल्क)फ़ाइबर युक्त चिजे अपनी डाइट में शामिल करे जिससे आपको भूक कम लगेगी। रात का खाना हमे सोने से कम से कम दो घंटे पहले कर लेना चाहिए। रात में दल,राजमा,चावल के सेवन से बचे क्यूकी ये आसानी से पचती नहीं है। जिससे हमरे बॉडी का फट बढ्ने लाघता है।

Friday, August 3, 2018

इलायची के फायदे और नुकसान (ELAICHI KE FAYDE AND SIDE EFFECTS IN HINDI)

इलायची हर घर मे पायी जानेवाली बहुत छोटी सी चीज है।यह बहुत से घरों मे आसानी से मिल जाती है। हर ग्रहणी के दिन की शुरुआत इलायची के साथ होती है। जब हमे सुबह के चाय मे इलायची का स्वाद मिलता है, तब वह स्वाद दो गुना हो जाता है। इलायची मे गुणो की कमी नहीं है इसके सेवन से पाचन सही रहता है,मुंह की दुर्गंध को कम करता है, एनेमिया को भी कम करता है। इलायची मे बहुत से  पोषक तत्व  पाये  जाते है। जैसे की आयरन, विटामिन, केल्शियम, पोटेशियम, नियासीन,मेग्नेशियम आदि । प्रति १००ग्राम(100) इलायची मे ३११कैलोरि(cal) होती है।

इलायची के प्रकार (Elachi Ke Kitne prakaar hote hain)


इलायची दो प्रकार की होती है
  • बड़ी इलायची
  • छोटी इलायची

#1. बड़ी इलायची (Big Elaichi in Hindi)

यह बड़ी सी काले रंग की होती है,इसे माउथफ्रेश्नेर्स  के रूप में  उपयोग नहीं करते है,यह खड़े मसाले यानि गराम मसाला के रूप मे  काम आती है। इसे मसालो की रानी भी कहते है। मसालेदार खाने मे स्वाद और सुगंध दोनों के लिए बड़ी इलायची का उपयोग होता है। बड़ी इलायची  मे एंटीओक्सीडेंट  होते है जो कैंसर कोशिकाओ को विकसित नहीं होने देती है, इसके नियमीत सेवन से सांस संबंधी बीमारी जैसे – आस्थमा , फेफड़ेमे सिकुड़न  मे बहुत आराम मिलता है। बड़ी इलायची हमारे शरीर के विषाकत  पदार्थो को बाहर निकालने का भी काम  करती है। यह भारत मे सबसे ज्यादा पायी जाती है।अगर आपको सिरदर्द की शिकायत है तो बड़ी इलायची के तेल से रोजाना मसाज करने से इस दर्द से  आप बहुत हद तक छुटकारा पा सकती है।

#2. छोटी इलायची (Small Elaichi in Hindi)

यह सिर्फ बोलने के लिए छोटी इलायची है। गुणवत्ता के आधार पे यह बड़ी इलायची को भी पीछे छोड़  देती है,यह बहुत छोटी से हल्के हरे रंग की होती है,इसके अंदर बहुत छोटे छोटे काले रंग के दाने होते है। यह एक तरह की मौथ्फ़्रेश्नर भी है,जिसे खाना खाने के बाद चबाना बहुत फायदेमंद होता है। इलायची खाने के बहुत से फायदे है।

इलायची के फायदे (Elaichi ke Fayde in Hindi)   

#१.  इलायची हिचकी बंद करे (Hichki rokhne ke liye elachi)

हमे कभी भी किसी भी समय हिचकी आने लगती है और हम हिचकी लेते लेते  परेशान होने लगते है, इसके लिए कभी हम पानी  पीते है तो कभी कुछ और उपाय,लेकिन उस समय हम एक इलायची मुह मे डाल ले और उसे धीरे धीरे चबाते रहे तो हिचकी पुरी तरह से बंद हो जाएगी।


#२. इलायची ब्लडप्रेशर कंट्रोल करे (Elaichi ke fayede Blood Pressure control karne ke liye)

छोटी इलायची मे फाइबर और पोटाशियम होता है,जो ब्लडप्रेशर को कंट्रोल करता है।ब्लडप्रेशर के मरीज को खाना खाने के बाद एक इलायची ज़रूर खाना चाहिए ,जिससे उनका ब्लडप्रेशर कंट्रोल मे रहता है।

 #३. इलायची सेक्स क्षमता बढ़ाने के लिए (Elaichi to Increase Sex Power)

इस के लिए हमे एक ग्लास दूध,दो इलायची,और दो चम्मच शहद लेना है। इसके लिये दूध मे इलायची डाल कर उबाल लेंगे जब यह अच्छे से उबाल जाए तो इसमे शहद मिलकर रोज़ नियम से रात को सोते समय पी ले। यह बहुत कारगर उपाय है।

#४. विषेले पदार्थ निकले

हमलोग अपने शरीर की बाहरी सफाई तो कर लेते है,पर अंदर की सफाई के बारे मे सोचते भी नहीं है,जितनी बाहरी सफाई जरूरी है,उससे कही  ज्यादा आंतरिक सफाई का ध्यान देना। हम लोग पूरे दिन खाते रहते है और पेट मे कचरा जमा होते जाता है,तो उस गंदगी से हमारे शरीर को बचाने  के लिए हमे रोज़ एक इलायची खानी है,जिस के खाने से किडनी के सारे विषैले पदार्थ बाहर निकाल जाएंगे।

#५. इलायची पाचनतंत्र मजबूत करे (Elaichi khana pachane main madad)

इलायची मे ऐसे प्रकृतिक तत्व होते है जो खाने को पचाने मे मदद करती है,गैस  और पेट के अंदर की सूजन को कम करती है। गैस के कारण पेट और गले मे होने वाली जलन को कम करती है।

#६. इलायची सर्दी ख़ासी दूर करे  (Elaichi to Relief From Cold & Cough)

जब गले मे सर्दी के कारण बहुत दर्द होता है और गले मे खराश हो जाती है ,तो इसको ठीक करने का   सबसे आसान तरीका इलायची है। इलयाची की तासीर गरम होती है, जिसके सेवन से शरीर को गर्मी मिलती है और सर्दी खांसी मे राहत मिलती है,यह कफ की परेशानी को भी दूर करती है। सुबह खाली पेट और रात को सोते समय -1(एक )या 2(दो)इलायची चबा कर खा ले और उसके बाद गुनगुना पानी पी ले,इससे गले को बहुत राहत मिलेगी।

#७. इलायची दिमाग मजबूत करे (Elaichi to Improve Brain Power)

इलायची खाने से दिमाग भी तेज़ होता है। दो से तीन इलायची के दाने,दी से तीन बादाम,दो से तीन पिस्ता,दो से तीन चम्मच दूध इन सभी को मिलाकर पीस ले ,अब इसे एक ग्लास दूध मे मिलाकर गाढ़ा होने तक गरम करे,जब यह आधा रह जाये तब इसमे मिश्री मिलाये और खाये। यह मिश्रण दिमाग मजबूत करने,आंखो की रोशनी बढ़ाने,और याददाश बढ़ाने के लिए बहुत कारगर है। बच्चों के लिए तो यह एक तरह की संजीवनी है। इसे हमे बच्चों को रोज़ रात को सोते समय पिलाना चाहिए।

#८. इलायची दिल को  तंदरूस्त रखे (Elaichi ke fyade Heart Attack control karne ke liye)

इलायची  मे बहुत से ऐसे खनिज तत्व होते है जो हमारे दिल की रक्षा करते है। इलायची खाने से पल्स  रेट  सही रहता है,तथा शरीर मे खून का संचालन भी सुचारु रूप से होता है।

#९. इलायची उल्टी बंद करे (Vomiting rokne ke liye elachi)

उल्टी जैसे लगना, जी मिचलाना , मुह का स्वाद खराब होना,ऐसा होने पर इलायची  चबाने  से अच्छा लगता है, और उल्टी बंद  हो जाती है।

#१०. इलायची मुंह की बदबू दूर करे (Elaichi muh ki badbu rokne ke liye) 

जब भी किसी के मुंह से बदबू आती है तो इसका सबसे बड़ा कारण पेट की खराबी होती है,जब हमारे पेट का हाजमा ठीक नहीं रहता है तो मुंह से बदबू आने लगती है,और हम सभी जानते है की इलायची खाने से मुंह  की बदबू दूर होती है,और पेट का  हाजमा ठीक होता है। इसमे मौजूद  एंटीबेक्टेरियल  बहुत  ताकतवर  होने के कारण मुंह  की बदबू खत्म हो जाती है। इसके लिए हमे कुछ भी नहीं करना है बस एक इलायची रोज़ खाना है सुबह खाली पेट इलायची की चाय यानि की एक कप पानी मे  इलायची  उबालकर  पीना है और  हाजमा  ठीक हो जाएगा।

#१२. इलायची तनाव को दूर करे (Elaichi to Reduce Stress)

अगर आपको किसी बात से परेशानी है,या किसी बात को लेकर आप चिंतित है या  अकेलापन है तो लगातार ऐसा होने से आप  डिप्रेसन के शिकार  हो जाते है।  इलायची  चबाने से या  इलायची की चाय पीने से  हार्मोन तुरंत बदल जाते है और तनाव दूर हो जाते है। तनाव को दूर करने मे  इलायची  बहुत मदद करती है।

इलायची के फ़ायदों के साथ अब इससे होने वाले नुकसान के बारे मे जानना जरूरी है।

इलायची के नुकसान (Side Effects of Elaichi in Hindi)

#१. एलर्जी (Allergy)

ज्यादा मात्रा मे  इलायची खाने से शरीर मे  एलर्जी होने लगती है।जैसे की शरीर मे  खुजली,लाल धब्बे  आना, स्किन  रेशज । कभी कभी ज्यादा मात्रा मे  इलायची खाने से लोगों को सांस लेने मे  तकलीफ होने लगती है,सीने और गले मे खिचाव  होने लगता है। जी भी मचलाने लगता है।

#२. पथरी (Jyaada Elachi khane se Stone) 

पथरी के रोगी को इलायची से परहेज करना चाहिए,इलायची के छोटे छोटे दाने जब एक जगह इकट्ठे हो जाते है,तब यह गोल्ड्ब्लेडर का स्टोन का कारण भी बन सकता है,एक शोध के अनुसार जब हम बहुत अधिक मात्रा  मे इलायची चबाते है तब वह एक जगह पर जमा हो जाती और वह स्टोन का रूप ले लेती है।

#३. रिएक्शन (Reaction)

कभी कभी जब हम कोई दवा लेते है और उसके साथ इलायची चबाने लगते है तब बहुत बार रिएक्शन हो जाता है और परेशानी कम होने के अलावा बढ़ जाती हैऔर दवा का कोई असर भी नहीं होता है। अगर आप कोई दवा ले रहे है तो आपको इलायची खाने की आदत को छोड़ देना चाहिए।
इलायची  के नुकसान  पढ़ कर घबराए नहीं,क्योकि ऐसा होता नहीं है,इसके चांस बहुत कम होते है,नहीं के बराबर। हमे इसकी आदत नहीं बनानी है क्योकि किसी भी चीज़ की आदत लगने पर वह बहुत ज्यादा ही खाई जाती है,इसे एक सीमित मात्रा मे खाये और तब देखे की यह नुकसान से ज़्यादा फायदेमंद है।

मुंह के छाले दूर करने के घरेलू उपाय – HOME REMEDIES FOR MUH KE CHALE IN HINDI

मुंह के अल्सर – नासूर के घावों के रूप में भी जाना जाता है – सामान्य रूप से छोटे, दर्दनाक घाव हैं जो आपके मुंह में या आपके मसूड़ों के आधार पर विकसित होते हैं।मुंह में अगर छाले हो जाएं तो जीना मुश्किल हो जाता है। खाना तो दूर क बात है पानी पीना भी मुश्किल हो जाता है। ये खाने, पीने और असुविधाजनक हो सकते हैं। मुंह के अल्सर के विकास के लिए महिलाओं, किशोरावस्था और मुंह के अल्सर के परिवार के इतिहास वाले लोगों को अधिक जोखिम होता है।
मुँह के अल्सर संक्रामक नहीं होते हैं और आमतौर पर एक से दो सप्ताह के भीतर चले जाते हैं हालांकि, यदि आपको एक विकार के रूप में होता है। जो कि बड़ी या बेहद दर्दनाक है, या यदि यह लंबे समय तक उपचार के बिना रहता है, तो आपको डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए। लेकिन इसका इलाज हमारे आसपास ही मौजूद होता है।मुंह के छाले गालों के अंदर और जीभ पर होते हैं। असंतुलित आहार पेट में दिक्कत पान-मसालों का सेवन छाले का प्रमुख कारण है। छाले होने पर बहुत तेज दर्द होता है। कभी-कभी ये छाले लम्बे समय तक ठीक नहीं होते जो भोजन करते व बोलते समय परेशान कर देते हैं।

मुंह के छाले होने के कारण हैं (Causes Of Mouth Ulcer in Hindi) 

  • मुंह की चोट, कड़ी मेहनत, खेल की चोट, या आकस्मिक काटने
  • टूथपेस्ट्स और मुंह में रिक्सेस जिसमें सोडियम लॉरिल सल्फेट होते हैं
  • स्ट्रॉबेरी, खट्टे, और अनानास, और चॉकलेट और कॉफी जैसे अन्य ट्रिगर खाद्य जैसे अम्लीय खाद्य पदार्थों के  लिए खाद्य संवेदीकरण
  • आवश्यक विटामिन की कमी, विशेष रूप से बी 12, जस्ता, फोलेट, और लोहा
  • मुंह बैक्टीरिया से एलर्जी प्रतिक्रिया दंतपट्टिका
  • मासिक धर्म के दौरान हार्मोनल परिवर्तन
  • भावनात्मक तनाव या नींद की कमी
  • बैक्टीरिया, वायरल, या फंगल संक्रमण
  • Hereditary के कारण भी हो सकते हैं.
  • अनियमित खानपान
  • कब्ज (constipation) के कारण
  • पेट में गैस होने की वजह से (gas)

मुंह के छाले तीन प्रकार के होते है (Types of mouth ulcers in Hindi)

#1. नाबालिग

मामूली खूंटी घाव छोटे अंडाकार या गोल अल्सर होते हैं जो एक या दो सप्ताह के भीतर सूख जाते  हैं।

#2. प्रमुख

प्रमुख नासूर घावों में बड़ा और गहरे नाबालिग लोगों की तुलना में है। उनके अनियमित किनार हैं और ठीक करने के लिए छह सप्ताह लग सकते हैं। प्रमुख मुंह के अल्सर का परिणाम दीर्घकालिक जलन हो सकता है।

#3. Herpetiform

हर्पटीफॉर्म mouth ulcer का आकार छोटा है, जो 10 से 100 के समूहों में होते हैं, और आमतौर पर वयस्कों को प्रभावित करते हैं इस प्रकार के मुंह के अल्सर में अनियमित किनारों होते हैं और अक्सर एक या दो सप्ताह के भीतर बिना घावों के ठीक हो जाते हैं।

मुंह के छाले दूर करने के घरेलू उपाय (Gharelu upay for mouth ulcer in hindi)

मुंह के छालों से छुटकारा पाने के कुछ आसान घरेलू उपाय है जो आपको इन छालों से छुटकारा दिलाने में काफी मदद करेगा जैसे की

#1. नारियल का तेल (Coconut Oil)

नारियल तेल अल्सर को स्वाभाविक रूप से अपने व्यापक रोगाणुरोधी घटकों के कारण – मध्यम श्रृंखला फैटी एसिड का इलाज करता है। यह एक विरोधी भड़काऊ यौगिक और एक एनाल्जेसिक है। ये गुण मुंह के अल्सर की वजह से सूजन और दर्द को कम करते हैं

#2. समुद्री नमक और हाइड्रोजन पेरोक्साइड (Sea Salt) 

नमक को पानी में मिलाएं और उसके साथ अच्छी तरह से कुल्ला करें। अतिरिक्त नमकीन को हटाने के लिए अपने मुंपानी आपके मुंह से बाहर निकल जाएगा और अल्सर पर सुखदायक प्रभाव भी होगा। नमक में एंटीसेप्टिक गुण होते हैं और अल्सर को तेज करने में मदद मिल सकती है

#3. खाने का सोडा (Baking Soda)

आमतौर पर, बेकिंग सोडा, जिसे सोडियम बाइकार्बोनेट भी कहा जाता है, का उपयोग घर के चारों ओर साफ और दुर्गन्ध दूर करने के लिए किया जाता है। मुंह के अल्सर के लिए यह एक उत्कृष्ट घर उपाय भी है यह दर्द को आसान बनाता है और अल्सर एसिड  को निष्क्रिय करके उपचार प्रक्रिया को तेज करता है। इसकी जीवाणुरोधी क्रिया आपको मौखिक स्वच्छता बनाए रखने में मदद करेगी ।1 चम्मच बेकिंग सोडा 1 चम्मच पानी पेस्ट बनाने के लिए पानी और बेकिंग सोडा मिलाएं। अपनी अंगुलियों का उपयोग करके मुंह के अल्सर पर यह लागू करें। इसे कुछ मिनट के लिए सूखने  दे । पानी के साथ अपने मुंह को कुल्ला करे।

#4. शहद (Honey)

हनी प्रकृति में रोगाणुरोधी है और घाव भरने गुणों के पास भी है। यह मुंह के अल्सर की प्राकृतिक उपचार प्रक्रिया को तेज करेगा और यह संक्रमण मुक्त रखेगा। यह जलन और सूजन भी कम कर देता है.

#5. फिटकरी (Alum)

फिटकरी  सूक्ष्म जीवों के खिलाफ रोगाणुरोधी गुणों को प्रदर्शित करने के लिए दिखाया गया है जो पाचन तंत्र के विभिन्न भागों में समस्याएं पैदा करता है।पाउडर बनाने  के लिए अलंकृत क्रिस्टल को कुचल दें। कॉटन  को पानी ढूबाएं, इसे पाउडर में डुबो दें और इसे मुंह के अल्सर पर रखें। इसे एक या दो मिनट के लिए पकड़ो। कपास झाड़ू को हटाने के बाद अच्छी तरह से अपना मुँह कुल्ला करे ।

#6. अजवायन (Celery)

अजवायन में  analgesic और anti-inflammatory properties होती हैं। इसके साथ ही इसमें folic acid और vitamins B1, B2, B6, C भी होते हैं जो केवल चबाने से ही मुंह के छाले ठीक होने लगते हैं ।इसलिए इसे रोज चबाने से मुंह के छाले ठीक होने लगते है।

#7. तुलसी (Tulsi for ulcer in hindi) 

तुलसी में antibacterial, antifungal and antiviral गुण होती हैं।जो की मुंह के छाले में बहुत हद तक कार्य करती है। तुलसी की पांच बड़ी पत्ती को खूब चबाकर खाएं।जिससे  न केवल छाले से छुटकारा मिलेगा बल्कि हमारे हैल्थ के लिए भी बहुत फायदेमंद है।

#8. बर्फ (Ice)

छालों के दर्द को कम करने के लिए ice काफी फायदेमंद होता है। दर्द होने के समय ice के टुकड़े को कुछ देर के लिए मुंह में रखें, इससे दर्द में आपको  राहत मिलेगी।

#9. इलायची (Cardoman)

दो या तीन इलायची को पीस कर और एक चम्मच शहद के साथ पासते बना कर छालों पर लगाने से बहुत फायदा मिलता है।

#10. देसी घी (Desi Ghee)

घी के प्रयोग से भी मुंह के छालों को दूर कर सकते है। घी को सोने से पहले छालों पर लगाकर सोये। आपको छालों में आराम मिलेगा ।

#11. अमरूद का पत्ता (Guava)

मुंह के छालों ठीक करने में अमरूद का प्रयोग भी बहुत लाभदायक है। पान के जैसे अमरूद के पतों मे कत्था लगाकर चबाने से भी बहुत आराम मिलता है। अमरूद के दो से तीन तीन पत्तों को हाथ पर मसले जो रस इससे निकले,उसको छालों वाली जगह पर लगाए।

#12. अरहर दाल (Arhar Dal)

अरहर दाल को लेकर उसे बारीक पीस ले।फिर इसे छाले पर दो या तीन बार रोज लगाए।ऐसा करने से मुंह और जीभ के छाले में बहुत फायदे होता है।

#13. नमक

आधा चम्मच नमक में और 1 ग्लास गुंगुने पानी मे मिला ले। फिर इस पानी से मुंह के हर हिस्से मे धीरे धीरे घुमाए। ऐसे करने से भी आपको राहत मिलेगी पर ठोरा दर्द और जलन कुछ देर के लिए तो जरूर होगा।

#14. हल्दी (haldi)

घरेलू इलाज मे हल्दी एक चमत्कारी ओषधि है ।इसके प्रयोग से छालों में भी आराम मिलता है। एक चम्मच हल्दी को गरम पानी में डालकर पंद्रह से बीआईएस बार कुल्ला करने से फायदा मिलेगा।

#15. लौंग का तेल

लौंग तेल और इसकी यूजेनॉल सामग्री का व्यापक रूप से मौखिक समस्याओं से निपटने के लिए बड़े पैमाने पर और प्रभावी ढंग से इस्तेमाल किया जाता है मुंह के अल्सर की बात आती है जब इसकी रोगाणुरोधी क्रिया और उपचार गुण अद्भुत काम करते हैं लौग के तेल में कपास को डुबो दें और मुंह के अल्सर पर सीधे लगा ले । इसे त्वचा से अवशोषित होने के लिए छोड़ दें, जो अंततः अल्सर को चंगा करेगा। लौंग के तेल को लगाने से पहले अपने मुंह को गरम पानी से कुल्ला करना उचित है क्योंकि इससे अल्सर का क्षेत्र साफ हो जाएगा।

मुंह के छाले दूर करने के अन्य घरेलू उपचार

  • रोज सुबह अमरुद के पत्तों को चबाएं, इससे छाले पूरी तरह से ठीक होने लगेगे।
  • निम्बू के रस में थोडा सा शहद डालकर इसका कुल्ला करने से भी छाले में आराम मिलने लगता है।
  • पान के पत्तों को सुखाकर इसका चूर्ण बना कर, इसमें शहद मिलाकर छालों पर लगायें आराम मिलेगा।
  • भोजन करने तुरंत बाद नीम की दातून को करे । इससे मूंह में bacteria अपना infection नहीं फैला पाते  और   छाले जल्दी ठीक हो जायेंगे।
  • सादा भोजन का सेवन करें और तेल-मसालेदार भोजन को दूर रखे।
  • पेट और खून को साफ़ करने के लिए पानी का अधिक सेवन करें। पेट और खून साफ होने पर छाले अपने आप ठीक हो जाते हैं।
  • रात को सोते समय देसी गाय के घी को छालों पर लगाकर सोयें, लाभ जरूर  मिलेगा।
  • अधिकांश मुंह के अल्सर को उपचार की आवश्यकता नहीं है हालांकि, अगर आपको अक्सर मुंह में अल्सर मिलता है या वे बेहोश होते हैं, तो कई उपचार दर्द और उपचार के समय को कम कर सकते हैं। इसमें शामिल है:
  • खारे पानी और बेकिंग सोडा की कुल्ला का उपयोग करना
  • मुंह के अल्सर पर मैग्नीशिया के दूध रखकर
  • पाक सोडा पेस्ट के साथ मुंह के अल्सर को कवर
  • नासूर घावों में बर्फ लगाने के लगाए
  • मुंह कुल्ला का उपयोग करना जिसमें दर्द और सूजन को कम करने के लिए स्टेरॉइड शामिल होता है
  • सामयिक पेस्ट का उपयोग करना
  • अपने मुँह अल्सर पर नम चाय बैग रखकर
  • फोलिक एसिड, विटामिन बी -6, विटामिन बी -12, और जस्ता जैसे पौष्टिक पूरक आहार ले रहे हैं
  • प्राकृतिक उपचार की कोशिश करना जैसे कि कैमोमाइल चाय, इचिनासेआ, मिर्र, और नद्यपान रूट

मुंह के छालों से बचे रहने के लिए इन बातों का ध्यान रखें 

1) आप मुंह के अल्सर की बीमारी को कम करने के लिए सरल  कदम उठा सकते हैं अपने मुंह को परेशान करने वाले खाद्य पदार्थों से बचना सहायक हो सकता है इसमें अनानास फल, अंगूर, नारंगी, या नींबू, साथ ही साथ पागल, चिप्स या मसालेदार कुछ भी शामिल है इसके बजाय, पूरे अनाज और क्षारीय (गैरैसिडिक) फल और सब्जियां चुनें। एक स्वस्थ, अच्छी तरह से संतुलित भोजन खाएं और दैनिक मल्टीविटामिन लें
2) रोज सुबह उठकर नियमित रूप से व्यायाम और योग करें, रात को जल्दी सोने की कोशिश करे और सुबह जल्दी उठ जाए।और जब भी शौच और पेशाब आए तो अधिक समय तक रोककर नहीं रखन चाहिए। रोज सुबह और शाम को दातों की अच्छी  तरह से सफाई करनी चाहिए।
3) तले-भुने भोजन को खाना कम करे।जहा तक हो सके शराब और धुम्रपान से दूर रहना चाहिए। कब्ज, एसिडिटी और पेट की गैस की समस्या का  तुरंत उपचार करें।
आप दुर्घटना के काटने को कम करने के लिए अपने भोजन को चबाने के दौरान बात करने से बचने की कोशिश करें दैनिक दांत का उपयोग करके और खाने के बाद ब्रश करने से तनाव कम करने और अच्छी मौखिक स्वच्छता बनाए रखने से भी मदद मिल सकती है। अंत में, पर्याप्त नींद और आराम मिलता है यह न केवल मुंह के अल्सर को रोकता है, लेकिन अन्य बीमारियों के एक मेजबान के रूप में अच्छी तरह से।
3) कुछ लोग नरम बाल खुलने वाले टूथब्रश से बचते हैं और मुंह-धब्बे जो सोडियम लॉरिल सल्फेट होते हैं वे भी मदद करते हैं। आपके दंत चिकित्सक आपको दांत या ऑर्थोडोंटिक मुंह वाले उपकरणों को कवर करने के लिए मोम दे सकते हैं, जिनमें तेज किनार हैं
यदि आप ये सब बाते पर ध्यान दे  तो आपको छाले कभी भी नहीं होंगे। अगर आप एन सब उपायो में से कोई भी उपाय करे और फिर भी आराम न मिले तो डॉक्टर से तुरंत सलाह लेने की अवस्यकता है।